Tuesday, November 22, 2016

351. हम आ गए हैं

हम आ गए हैं
सुरमई आसमाँ उड़ाने

हम आ गए हैं
इक नई दास्ताँ उगाने

दिल मिलाने झिलमिलाने
जगमगाने डगमगाने
गुनगुनाने धुन सुनाने
हम आ गए हैं

छोड़ दो बातें पुरानी
सब सीनों में जाँ जलाने
उम्मीदों के आशियाने
हम आ गए हैं
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अपने अपने शहरों से थोड़ी थोड़ी धुप चढ़ाएँगे
अजनबी क़दमों से दोस्ती करेंगे धुल उड़ाएँगे

कुछ रंग तेरे कुछ रंग मेरे होंगे
शाम-ओ-सवेरे अब संग तेरे होंगे

किसी प्यार के हिस्से होंगे
और थोड़े गुस्से होंगे
सैकड़ों ऐसे किस्से बोने
हम आ गए हैं

दिल मिलाने झिलमिलाने
जगमगाने डगमगाने
गुनगुनाने धुन सुनाने
हम आ गए हैं

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मई 2007
:)
dramatic anthem type thing!!

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