ये कैसी मुहब्बत है खुदा
यूँ ज़िंदगी सिखा गयी है हमें
साँस लेना मुश्किल है, बड़ा
पर ज़िंदगी सिखा गयी है हमें
--
हसीं अजनबी ज़बाँ बोल पड़े हैं
न तुम समझ पाए न हम
हर लम्हा सदियाँ दौड़ चले हैं
न तुम संभल पाए न हम
हर आह इबादत सी लगे
हाँ, बंदगी सिखा गयी है हमें
ये कैसी मुहब्बत है खुदा
यूँ ज़िंदगी सिखा गयी है हमें
--
दुनियावाले ज़हर जो उगलते हैं
ये क्यूँ - जान पाए न कोई
हम अब तुम्हें पहनके निकलते हैं
हमें पहचान पाए न कोई
अजीब है - बेशर्म सी दुनिया
शर्मिंदगी सिखा गयी है हमें
साँस लेना मुश्किल है, बड़ा
पर ज़िंदगी सिखा गयी है हमें
यूँ ज़िंदगी सिखा गयी है हमें
साँस लेना मुश्किल है, बड़ा
पर ज़िंदगी सिखा गयी है हमें
--
हसीं अजनबी ज़बाँ बोल पड़े हैं
न तुम समझ पाए न हम
हर लम्हा सदियाँ दौड़ चले हैं
न तुम संभल पाए न हम
हर आह इबादत सी लगे
हाँ, बंदगी सिखा गयी है हमें
ये कैसी मुहब्बत है खुदा
यूँ ज़िंदगी सिखा गयी है हमें
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दुनियावाले ज़हर जो उगलते हैं
ये क्यूँ - जान पाए न कोई
हम अब तुम्हें पहनके निकलते हैं
हमें पहचान पाए न कोई
अजीब है - बेशर्म सी दुनिया
शर्मिंदगी सिखा गयी है हमें
साँस लेना मुश्किल है, बड़ा
पर ज़िंदगी सिखा गयी है हमें
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